किसान आंदोलन: पंजाब, हरियाणा, यूपी, राजस्थान समेत कई राज्यों से 26 किसान संगठनों ने आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं। किसान आंदोलन 2.0 की दस्तक शुरू हो चुकी है। कल यानी 13 फरवरी को किसान संगठन दिल्ली कूच करने की तैयारी कर रहे हैं। आंदोलन को ‘चलो दिल्ली’ मार्च नाम दिया गया है।
इस बीच 12 फरवरी यानी आज चंडीगढ़ में तीन केंद्रीय मंत्रियों के साथ किसान नेताओं की अहम बैठक होगी। बैठक में पंजाब के सीएम भगवंत मान भी शामिल होंगे। दूसरे दौर की यह बैठक चंडीगढ़ में शाम पांच बजे सेक्टर-26 के महात्मा गांधी स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में होगी।
पंजाब में बड़ी संख्या में किसान हरियाणा बॉर्डर पर जमा होना शुरू हो गए हैं। इस बीच भारतीय किसान यूनियन उगराहां गुट के नेता जोगिंदर सिंह उगराहां ने 16 फरवरी को भारत बंद का एलान किया है। उन्होंने सभी किसान संगठनों व कारोबारियों से इसे सफल बनाने की अपील की है। उधर, हरियाणा में पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। पंजाब से लगने वाली सभी सड़कों को सील कर दिया है। 15 जिलों में धारा 144 लगा दी गई है। सात जिलों में मोबाइल इंटरनेट बंद कर दिया गया है।
इधर ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि वह दिल्ली कूच में किसानों के साथ हैं। उन्होंने कहा कि 10 वर्षों में मोदी सरकार ने किसानों को बर्बाद कर दिया है। 2024 में हमारी सरकार बनेगी तो तीनों कृषि कानून रद्द होंगे। मोदी सरकार किसानों के आंदोलन को खत्म करना चाहती है लेकिन कांग्रेस किसानों के साथ खड़ी है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने केंद्र सरकार से अपील की है कि वह किसानों की जायज मांगों को स्वीकार कर लें।
इससे पहले आठ फरवरी को किसान संगठनों और केंद्रीय मंत्रियों की एक दौर की बैठक हो चुकी है, जिसमें कुछ मांगें मानी गई थीं लेकिन एमएसपी को कानून बनाने समेत कुछ मांगों पर सहमति नहीं बन पाई थी।