मैसूर में सामूहिक बलात्कार मामले में राष्ट्रीय कांग्रेस के खिलाफ टिप्पणी करने वाले कर्नाटक के गृहमंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने अपना बयान वापस ले लिया है। उन्होंने कहा कि उनका मकसद किसी को भी दुखी करना नहीं था। आपको बता दें कि 24 अगस्त को मैसूरू में ललिताद्रीपुरा में एक 22 वर्षीय कॉलेज छात्रा सामूहिक दुष्कर्म की घटना का शिकार हुई थी। शिकायत के अनुसार, 6 लोगों ने युवति के साथ बलात्कार किया था और उसके पुरुष साथी के साथ मारपीट की थी। पीड़िता का निजी अस्पताल में इलाज जारी है।
बता दें कि शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के में राज्य के गृहमंत्री ने कहा कि मैंने कांग्रेस पार्टी के नेताओं को लेकर दिया हुआ बयान वापस ले लिया था। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि हम समाज के हर वर्ग की सुरक्षा को लेकर प्रतिबद्ध हैं। खासतौर से महिलाओं और सभी की सुरक्षा के लिए सुरक्षा के उपाय और मजबूत किए जाएंगे।
गौरतलब है कि शुक्रवार को ही गृहमंत्री ने कांग्रेस पर मामले को राजनीतिक बनाकर सियासी फायदा उठाने की कोशिश करने के आरोप लगाए थे। इस दौरान उन्होंने कहा था कि कांग्रेस मेरा बलात्कार करने की कोशिश कर रही है। साथ ही उन्होंने यह कहा था कि कांग्रेस के शासन में भी ऐसी ही घटनाएं हो चुकी हैं। इतना ही नहीं उन्होने कहा था, ‘रेप वहां मैसूर में हुआ, लेकिन कांग्रेस मेरा बलात्कार करने की कोशिश कर रही है, गृहमंत्री का रेप करने की कोशिश कर रही है वे उस घटना से सियासी फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं। वह एक अमानवीय घटना थी।
