गोरखपुर मंडल के मंडलायुक्त श्री अनिल ढींगरा और डीआईजी गोरखपुर परिक्षेत्र एस. चन्नप्पा ने गुरुवार को महराजगंज पुलिस लाइन का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे नव आरक्षियों को संबोधित किया और उनके बैरकों व मेस की व्यवस्था की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
पुलिस लाइन सभागार में आयोजित अपराध गोष्ठी के दौरान डीआईजी एस. चन्नप्पा ने जिले के पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की और अपराध नियंत्रण, लंबित विवेचनाओं के निस्तारण, तथा बेहतर पुलिसिंग को लेकर स्पष्ट निर्देश जारी किए। उन्होंने कहा कि “ऑपरेशन कन्विक्शन” को और अधिक प्रभावशाली बनाया जाए, ताकि गंभीर अपराधों में दोषियों को जल्द सजा दिलाई जा सके।
डीआईजी ने कहा कि गैंगस्टर एक्ट, हत्या, बलात्कार, महिला उत्पीड़न, चोरी और वाहन चोरी जैसे अपराधों को रोकने के लिए थाने सतर्क रहें। संदिग्ध व्यक्तियों की निगरानी, हिस्ट्रीशीटरों की नियमित चेकिंग और समयबद्ध गिरफ्तारी पर विशेष बल दिया गया। उन्होंने “प्रीवेंटिव एक्शन” की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए कानून व्यवस्था सुदृढ़ रखने के निर्देश दिए।
बैठक में लंबित विवेचनाओं की भी समीक्षा की गई। डीआईजी ने थानाध्यक्षों से कहा कि विवेचनाएं समय पर पूरी की जाएं, जिससे पीड़ितों को न्याय मिलने में देर न हो। साथ ही गोवध निवारण अधिनियम और गुण्डा एक्ट के तहत लंबित मामलों की रिपोर्ट तलब की गई।
डीआईजी चन्नप्पा ने जनपद महराजगंज की आईजीआरएस (जन शिकायत निवारण प्रणाली) में निरंतर प्रदेश में प्रथम रैंकिंग बनाए रखने पर प्रसन्नता जताई और पुलिसकर्मियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि जनता की शिकायतों पर संवेदनशीलता से कार्य करना पुलिस की प्राथमिक जिम्मेदारी है और इसमें किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
थानों की साफ-सफाई व्यवस्था की भी समीक्षा करते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि सभी पुलिस कार्यालयों व थानों में स्वच्छता सुनिश्चित की जाए। निरीक्षण के दौरान उन्होंने नव चयनित रिक्रूट आरक्षियों से मुलाकात की और उन्हें ईमानदारी, कर्तव्यनिष्ठा और जनसेवा के मूल्यों को आत्मसात करने की प्रेरणा दी।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक महराजगंज श्री सोमेंद्र मीना भी उपस्थित रहे, जिन्होंने जनपद में चल रहे अभियानों और अपराध नियंत्रण की स्थिति की विस्तृत जानकारी मंडलायुक्त व डीआईजी को दी।













