Uttar Pradesh

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर देर रात जारी हुआ फरमान, लखनऊ के लेवाना अग्निकांड में 15 लोग हुए निलंबित

होटल लेवाना: राजधानी लखनऊ के हजरतगंज स्थित लेवाना होटल सुइट्स में पांच सितंबर 2022 को हुई अग्निकांड मे चार मौत के हादसे के लिए मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब और पुलिस आयुक्त एसबी शिरडकर की जांच में 19 अधिकारी, इंजीनियर, कर्मचारी दोषी पाए गए हैं। इनमें से अभी सेवा में एक पीसीएस अधिकारी सहित 15 को शासन ने निलंबित कर दिया है। वहीं सभी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू करा दी गई है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर देर रात हादसे के जिम्मेदारों के खिलाफ शासन ने कार्रवाई कर दी। गुरूवार की रात को ही मंडलायुक्त व पुलिस आयुक्त ने अपनी जांच रिपोर्ट गृह विभाग को सौंप दी थी। इस जांच रिपोर्ट के आधार पर अब मुख्यमंत्री ने हादसे के लिए प्रथम दृष्ट्या दोषी और लापरवाही करने वाले अधिकारियों, इंजीनियरों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की है।

अब मुख्यमंत्री के निर्देश पर गृह विभाग, नियुक्ति विभाग, आबकारी विभाग के अधिकारियों को निलंबन कर विभागीय कार्रवाई शुरू करानी होगी। सेवानिवृत्त हो चुके जिम्मेदारों के खिलाफ भी विभागीय नियमों के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी। शासन के प्रवक्ता का कहना है कि मुख्यमंत्री ने कार्रवाई के निर्देश जांच रिपोर्ट मिलने के बाद दिए हैं।

ये हैं चार मौतों के जिम्मेदार :
गृह विभाग : सुशील यादव, तत्कालीन अग्निशमन अधिकारी, अभयभान पांडेय, सेवानिवृत्त मुख्य अग्निशमन अधिकारी, योगेंद्र प्रसाद, अग्निशमन अधिकारी-द्वितीय, विजय कुमार सिंह, मौजूदा मुख्य अग्निशमन अधिकारी

नियुक्ति विभाग : महेंद्र कुमार मिश्रा, पीसीएस, तत्कालीन विहित प्राधिकारी एलडीए, (मौजूदा अपर आयुक्त लखनऊ मंडल)
आबकारी विभाग : संतोष कुमार तिवारी, तत्कालीन जिला आबकारी अधिकारी, लखनऊ, अमित कुमार श्रीवास्तव, तत्कालीन आबकारी निरीक्षक सेक्टर-1, जैनेन्द्र उपाध्याय, उप आबकारी आयुक्त, लखनऊ मंडल

ऊर्जा विभाग : विजय कुमार राव, सहायक निदेशक, विद्युत सुरक्षा, आशीष कुमार मिश्रा, अवर अभियंता, राजेश कुमार मिश्रा, एसडीओ

आवास विभाग, एलडीए : अरूण कुमार सिंह सेवानिवृत्त अधिशासी अभियंता, ओम प्रकाश मिश्रा सेवानिवृत्त अधिशासी अभियंता, राकेश मोहन तत्कालीन सहायक अभियंता, जितेंद्र नाथ दुबे अवर अभियंता, रविन्द्र कुमार श्रीवास्तव अवर अभियंता, गणेशी दत्त सिंह सेवानिवृत्त अवर अभियंता, जयवीर सिंह अवर अभियंता, राम प्रताप, मेट, एलडीए

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उत्तर प्रदेश पुलिस का सिपाही मिशन शक्ति जैसे अभियान को दिखा रहा ठेंगा!दो बीवियों के बीच फसा उत्तर प्रदेश पुलिस का सिपाही,एक बीवी घर तो दूसरी को ले तैनाती क्षेत्र में रह रहा था! घर वालों को पता चलने पर दूसरी को छोड़ा तो दूसरी बीवी ने किया मुकदमा!उत्तर प्रदेश में कानून का रखवाला ही कानून की धज्जियां उड़ा रहा,शादीशुदा होने के बावजूद कई सालों से दूसरी महिला को पत्नी बनाकर साथ में रह रहा था! बताते चलें कि देवरिया जिले का सिपाही ना०पु०062620433 रवि प्रताप जो पहले से शादीशुदा था महाराजगंज में तैनाती के दौरान महाराजगंज की एक महिला को भी अपनी पत्नी बनाकर साथ में रखा हुआ था! कई सालों तक साथ में रहने के बाद जब घर वालों को पता चला तो वह दूसरी बीवी को छोड़कर भागने के फिराक में लग गया! लेकिन दूसरी बीवी उसे भागता देख जिले के ही पुलिस अधीक्षक के पास शिकायत लेकर पहुंची और सिपाही रवि प्रताप के खिलाफ 376,और 493/506, समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है! अब सवाल यह उठ रहा है कि ऐसी धाराओं में मुकदमा दर्ज होने के बाद भी सिपाही रवि प्रताप निश्चिंत होकर अपनी ड्यूटी गोंडा जिले के जीआरपी में कर रहा है और कानून के बीच के बीच फसाकर दूसरी बीवी को प्रताड़ित कर रहा है!आपको बताते चलें कि महाराजगंज जिले में यह मामला काफी चर्चा में रहा है लेकिन विभागीय होने के नाते पुलिस विभाग के द्वारा भी आज तक ना तो सिपाही रवि प्रताप को गिरफ्तार किया गया ना ही उसकी दूसरी पत्नी के लिए न्याय संगत कोई कदम उठाया गया! कागजी कार्यवाही में कोटा पूर्ति करके सिर्फ महिला को थाने कचहरी और कोर्ट तक भगाया गया अब प्रश्न यह उठता है कि जब एक व्यक्ति कई सालों तक उक्त महिला के साथ रह रहा था तो ऐसे में उस महिला के ऊपर पड़ने वाले खर्च का भार कौन उठाएगा और किस के भरोशे न्याय के नियत दर-दर भटकेगी! बात करने पर सिपाही रवि प्रताप की दूसरी पत्नी ने बताया कि सिपाही रवि प्रताप के रिश्तेदारों के द्वारा उसे जान से मारने की धमकी भी मिल रही है और तरह-तरह के कूट रचित योजनाओं सेवा किसी भी तरीके से मामले को सुलह के रास्ते पर ले जाना चाहता है! उक्त प्रकरण में जो कि मामला गिरफ्तारी का है कि बावजूद कानून व्यवस्था को ही इस्तेमाल कर उक्त सिपाही इस मामले से निकल अपनी रोटी सेक दूसरी महिला के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहा है! जहां उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मिशन शक्ति अभियान के तहत महिलाओं की सुरक्षा और उनके जीवन को मजबूत रखने के लिए तरह-तरह के कानून बना रहे हैं वहीं ऐसे भ्रष्ट और अयाश कानून के रखवाले सारे कानून को तोड़ सरकार की मंशा पर पानी फिरने का काम कर रहे हैं!(साक्ष्य मौजूद)

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