यूपी : प्रदेश में अभी 108 एंबुलेंस के बेडे़ में करीब 2200 वाहन हैं। दुर्घटना होने पर एंबुलेंस के मौके पर पहुंचने का वक्त 15 मिनट निर्धारित किया गया है। अब इस बेडे़ में 812 नई एंबुलेंस शामिल की जा रही है। नई एंबुलेंस के आने से दुर्घटना के बाद एंबुलेंस के पहुंचने के वक्त को कम करने की तैयारी है। इसके लिए 1 अरब 30 करोड़ 12 हजार रुपया खर्च किया जा रहा है।
प्रदेश में 108 एंबुलेंस और एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस का संचालन जीवीके ईएमआरआई कर रही थी। लेकिन छह माह पहले एएलएस के संचालन की जिम्मेदारी जिकित्सा हेल्थ केयर को दी गई है। जबकि साधारण एंबुलेंस को जीवीके चला रही हैं l
इस संबंध में शासन सचिव अपर्णा यू ने महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य को पत्र भेजा है। इसमें निर्देश दिया गया कि नई एंबुलेंस की खरीद होने के बाद धीरे-धीरे पुरानी और लाइफ ओवर हो चुकी एंबुलेंस को हटा दिया जाए। फिलहाल नई एंबुलेंस मिलने के बाद रिस्पॉस टाइम (मौके पर पहुंचने का समय) भी घटाने की कवायद की जाएगी। इसे 15 मिनट से घटाकर 10 मिनट पर लाने की तैयारी है।
