मुजफ्फरनगर का वायु गुणवत्ता 423 पर रहा, जिससे यह यूपी का सबसे प्रदूषित शहर और देश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर बन गया. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के दैनिक AQI बुलेटिन के अनुसार, पूरे भारत में 153 शहरों की वायु गुणवत्ता का आकलन किया गया, जिसमें मुजफ्फरनगर राज्य का एकमात्र ऐसा शहर है, जिसमें वायु प्रदूषण के ‘गंभीर’ स्तर दर्ज किए गए हैं.
मुजफ्फरनगर के प्रदूषण विभाग ने तापमान में गिरावट और हवा की गति को जिम्मेदार ठहराते हुए दावा किया कि मौसम में बदलाव के कारण हवा की गुणवत्ता खराब हुई है. अधिकारियों ने कहा कि स्थानीय प्रशासन सड़कों और पेड़ों पर पानी छिड़क कर स्मॉग को कम करने के लिए कई उपाय कर रहा है, और निर्माण गतिविधियों और धुएं से निकलने वाली फैक्ट्रियों पर पूर्ण प्रतिबंध सुनिश्चित कर रहा है.
