रिपोर्टर बाबू खांन
बहराइच 16 जुलाई। शासन के निर्देश के क्रम में जिलाधिकारी डा. दिनेश चन्द्र की अध्यक्षता में बृहस्पतिवार को देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में ‘जल संरक्षण है एक संकल्प, नहीं है इसका कोई विकल्प’ विचार बिन्दु पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में जनपद स्तरीय अधिकारियों, कृषकों द्वारा प्रतिभाग किया गया। जल संरक्षण एक संकल्प, नहीं इसका कोई विकल्प पर चर्चा करते हुए बताया गया कि ग्राउण्ड वाटर अधिनियम 2019 से लागू है। जिसके अन्तर्गत औद्योगिक, सामूहिक, घरेलू और कृषि क्षेत्र के उपभोक्ताओं को पंजीकरण, यूपीजीडब्ल्यूआनलाइन डाट इन पोर्टल पर अनिवार्य है।
विचार गोष्ठी में जिलाधिकारी डॉ चन्द्र द्वारा सभी अधिकारियों को निर्देश दिये गये कि समस्त शासकीय एवं अर्द्धशासकीय भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम स्थापित कराने के साथ-साथ जल संचायन एवं सम्बर्धन हेतु जन जागरूकता अभियान चलाया जाय। उन्होंने डीआईओएस व बीएसए को निर्देश दिया कि जल संरक्षण विषय पर बच्चों से स्लोगन लिखावाये तथा निबन्ध प्रतियोगिता भी आयोजित कराये। इसके अलावा ‘कैच द रेन’ के अन्तर्गत जनपद के किसानों को जल संरक्षण हेतु खेतों की मेढ़ बन्दी, स्प्रिक्लर सिंचाई पद्धति एवं भूमिगत सिंचाई पद्धति हेतु प्र्रेरित करने के लिए जिला कृषि अधिकारी एवं जिला उद्यान अधिकारी को भी निर्देश दिये गये। विकास खण्ड स्तर पर जल संरक्षण के प्रति आमजन में जनजागरूकता लाये जाने के लिए खण्ड विकास अधिकारियों को अभियान संचालित कराने के निर्देश दिये गये। डीसी मनरेगा को जल संचायन हेतु मनरेगा योजना के तहत जनपद में अधिक से अधिक तालाबों के निर्माण कराये जाने के निर्देश दिये गये। भूमि संरक्षण विभाग को भी जल संचायन के लिए चेकडैम की कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिये गये।
इस अवसर पर सीआरओ प्रदीप कुमार यादव, सीओ सिटी विनय कुमार दुबे, डीडीओ राजेश कुमार मिश्रा, एसडीएम सदर सौरभ गंगवार आईएएस नानपारा, राम आसरे वर्मा, महसी एस.एन. त्रिपाठी, पयागपुर कीर्ति प्रकाश प्रकाश भारती, डीसी मनरेगा के.डी. भार्गव, सीवीओ डा. बलन्त सिंह, डीपीआरओ उमाकान्त पाण्डेय, जिला कृषि अधिकारी सतीश कुमार, जिला उद्यान अधिकारी पारसनाथ, अधिशाषी अभियन्ता जल निगम सौरभ सुमन, डीएसओ अनन्त प्रताप, सहायक अभियन्ता लघु सिचाई मंशाराम मौर्या सहित अन्य सम्बन्धित लोग मौजूद रहे।