कोरोना वायरस महामारी के बीच ब्रिटेन में जारी 7 देशों के शिखर सम्मेलन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअली संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने दुनिया को ‘वन अर्थ-वन हेल्थ’ का संदेश दिया. जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने खासतौर पर पीएम मोदी के इस मंत्र का उल्लेख किया और इसे लेकर भरपूर समर्थन प्रकट किया.
बैठक के दौरान, COVID-19 वैक्सीन पेटेंट छूट के लिए WTO में भारत-दक्षिण अफ्रीका के प्रस्ताव को संदर्भित किया गया. ऑस्ट्रेलियाई पीएम स्कॉट मॉरिसन ने COVID-19 वैक्सीन पेटेंट छूट के बारे में पीएम मोदी के साथ अपनी चर्चा को याद किया, इस मुद्दे पर अपने देश के मजबूत समर्थन से अवगत कराया.पीएम मोदी आज भी सत्र को संबोधित करेंगे. वह ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के आमंत्रण पर डिजिटल माध्यम से इस सम्मेलन में शिरकत कर रहे हैं.
बता दें कि ब्रिटेन इस शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहा है और उसने भारत, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया और दक्षिण अफ्रीका को जी-7 सम्मेलन में आमंत्रित किया है. जी-7 में कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, अमेरिका और ब्रिटेन के साथ ही यूरोपीय संघ है.
प्रधानमंत्री मोदी ने जी-7 देशों से भारत और दक्षिण अफ्रीका की तरफ से कोविड से जुड़ी तकनीकों व टीकों पर पेटेंट छूट के लिए विश्व व्यापार संगठन में दाखिल प्रस्ताव पर साथ मांगा. इस प्रस्ताव का जी-7 देशों की तरफ से सत्र के दौरान जिक्र किया गया. ऑस्ट्रेलिया प्रधानमंत्री स्कॉट मौरिसन ने सम्मेलन के दौरान ही पीएम मोदी से इस मुद्दे पर बात की और प्रस्ताव को डब्ल्यूटीओ में अपने देश का मजबूत समर्थन देने का वादा किया.