देश में टीकाकरण की प्रक्रिया जारी है. 16 जनवरी से भारत में कोरोना रोधी वैक्सीनेशन शुरू हुआ और अब तक 26 करोड़ के करीब लोगों का टीकाकरण हो चुका है. इस बीच वैक्सीनेशन के चलते पहली मौत की पुष्टि हुई है.  सरकारी पैनल ने कोरोना रोधी टीकाकरण के बाद सामने आए 31 गंभीर मामलों की जांच की. इसमें से सिर्फ 1 मौत में टीकाकरण को वजह माना गया. रिपोर्ट के अनुसार 8 मार्च, 2021 को वैक्सीनेशन के बाद 68 वर्षीय एक व्यक्ति की एनाफिलेक्सिस से मौत हो गई. बता दें वैक्सीन लगने के बाद हुई किसी दिक्कत को AEFI यानी एडवर्स इवेंट फॉलोइंग इम्यूनाइजेशन कहते हैं. सरकार ने AEFI के लिए एक समिति गठित की थी.

कमिटी की ओर से कुल 31 मामलों पर स्टडी की गई, जिनमें से 28 की मौत हो गई थी. दावा किया जा रहा था कि लोगों की वैक्सीन लेने के बाद ही मौत हुई है. लेकिन कमिटी ने अपनी रिपोर्ट में साफ-साफ कहा है कि इन 28 मौतों में से महज 1 मृत्यु वैक्सीनेशन की वजह से हुई है. तीन लोगों को एनाफिलाक्सिस की शिकायत आई थी. भले ही कमिटी ने वैक्सीन के चलते एक मौत की बात स्वीकार की है, लेकिन अपनी रिपोर्ट में साफतौर पर कहा कि टीके का फायदे कहीं ज्यादा हैं.

उधर, भारत में मंगलवार को कोरोना के 60,471 नए मामले दर्ज हुए और इस दौरान 2,726 लोगों की मौत हो गई. बीते कई हफ्तों से लगातार भारत में कोरोना के मामलों में लगातार कमी दर्ज हो रही है. दूसरी लहर की पीक में यानी मई की शुरुआत में रोजाना दर्ज होने वाले मामले 4 लाख के पार हो चुके थे, जो अब 60,000 के करीब आ गए हैं.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *