बहराइच: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में वन विभाग की पहरेदारी और गांव के लोगों की चौकीदारी के बीच भी आदमखोर भेड़िया घरों में घुसकर हमला कर रहा है। इस बीच ख़बर है कि बहराइच जिले की महसी तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत तमाचपुर के मजरा इमाम खां पुरवा में शनिवार की देर रात एक बार फिर भेड़िये ने दस्तक दी। भेड़िया ने मां के साथ लेटे नियाज़(03) पर हमले का प्रयास किया। लेकिन मच्छरदानी लगी होने से हमला विफल रहा और नियाज़ की मां जाग गई।
मासूम की मां ने भेड़िया देख जोर जोर से शोर मचाया। जिसके बाद भेड़िया पास बंधी बकरी को दबोच कर भागने लगे। नियाज़ के चाचा आरिफ ने बताया की शोर सुनकर भारी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए और पड़ोसी गांव के लोग भी जुट गए। जिसके बाद सभी ने भेड़िया को चारो तरफ से घेर लिया और दो गांवों की भीड़ ने उसे घेर कर लाठी-डंडों से पीट-पीटकर मार डाला।
भेड़िया के मौत की जानकारी होने पर डीएफओ समेत आला अधिकारी गांव पहुंचे और शव को कब्जे में लिया। गांव का निरीक्षण किया गया है। भेडिए के शरीर पर चोट के निशान हैं और मुंह से खून निकल रहा था। शव को कब्जे के लेकर पोस्टमॉर्टम की कार्यवाई के लिए रेंज कार्यालय पहुंचाया गया है।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में भेड़िये का हमला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ऐसा लग रहा है कि बहराइच में मानो जंगलराज हो। जिले के महसी तहसील क्षेत्र के करीब 80 गांवों में ये भेड़िया आतंक का पर्याय बन चुका है और इस कदर आदमखोर हो गया है कि वन विभाग की पहरेदारी और गांव के लोगों की चौकीदारी के बीच घरों में घुसकर बच्चों पर हमला कर रहा है। वन विभाग ने भले ही पांच भेड़ियों को पकड़ लिया हो। लेकिन बचे हुए एक भेड़िये ने नाक में दम कर रखा है।
इन गांवों बीते 7 महीनो से भेड़ियों की दहशत है। भेडियों ने अब तक 10 को मौत के घाट और 50 से अधिक लोगों को घायल किया हैं। वहीं वन विभाग ने 5 भेडियों को सिसैया चूड़ामणि गांव से पकड़ा है। जिसमे एक की मौत रेशक्यु के दौरान हो गई थी।