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BREAKING NEWS: कल से बिना कंडक्टर के DMRC चलाएगा इलेक्ट्रिक फीडर बसें, इंटेलीजेंट ट्रांसपोर्ट सिस्टम का इस्तेमाल किया गया

सुविधा : राजधानी के विभिन्न स्थानों से मेट्रो स्टेशन जाने वाले लोगों को 12 अगस्त से  अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त इलेक्ट्रिक फीडर बसें उपलब्ध होंगे। विशेष रूप से डिजाइन की गई इन बसों में इंटेलीजेंट ट्रांसपोर्ट सिस्टम का इस्तेमाल किया गया है। इनमें सीसीटीवी और जीपीएस जैसी सुविधाएं भी होंगी। जब तक सभी दरवाजे बंद नहीं होंगे, ये नहीं चलेंगी। किसी भी तरह का अवरोध आने पर दरवाजे बंद नहीं होंगे।

किसी आपात स्थिति से निपटने के लिए इनमें पैनिक बटन और स्टॉप रिक्वेस्ट बटन का भी इंतजाम है। इन्हें शास्त्री पार्क और मजलिस पार्क डिपो में खड़ा किया जाएगा। इन बसों की मॉनिटरिंग के लिए एक ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर भी बनाया गया है। यहीं मरम्मत भी हो सकेगी। यहां बसों को चार्ज करने के लिए 2.5 मेगावाट का इलेक्ट्रिक कनेक्शन भी होगा। नियमित सफाई के लिए दोनों डिपो में स्वचालित वाश प्लांट होगा। इनमें किराये का भुगतान नकदी नहीं, बल्कि मेट्रो या डीटीसी के स्मार्ट कार्ड से होगा। पूरी तरह कांटेक्टलेस इन फीडर बसो में टिकट देने के लिए कंडक्टर भी नहीं होंगे।

प्रायोगिक तौर पर बृहस्पतिवार से दो रूट पर इनका संचालन शुरू होगा। पहले चरण में 24 सीटों वाली 25 बसें चलाई जा रही हैं। अक्तूबर के अंत तक इनकी संख्या 100 करने की योजना है। दिल्ली में पहली बार चलाई जा रही इन लो-फ्लोर इलेक्ट्रिक बसों में सफर करने वाले यात्री केवल मेट्रो स्टेशन पर ही उतर सकेंगे। रास्ते में आने वाले तय किए गए स्टॉप पर ही ये बसें रुकेंगी। अन्य स्टॉपेज से यात्री नहीं चढ़ सकेंगे। रास्ते में बसें जहां रुकेंगी, वहां से केवल चढ़ने की अनुमति होगी। यात्री इनमें आगे वाले दरवाजे से चढ़ेंगे और पीछे वाले से उतरेंगे।

व्हील चेयर के रैंप की भी सुविधा होगी उपलब्ध
दिव्यांगजनों और बुजुर्ग यात्रियों के लिए व्हील चेयर के रैंप की भी सुविधा होगी। आपात स्थिति के लिए पैनिक बटन और स्टॉप रिक्वेस्ट बटन भी होंगे।

किराया

4 किलोमीटर तक    10 रुपये

4-8 किलोमीटर    15 रुपये

8-12 किलोमीटर    20 रुपये

इससे ज्यादा     25 रुपये

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