कोरोना संक्रमण से घिरी दुनिया में रहते हुए अब 18 महीने से ज्यादा का समय निकल चुका है. वैश्विक महामारी की शुरुआत में, सरकारी एजेंसियां और स्वास्थ्य अधिकारी लोगों को लक्षण की पहचान करने के बारे में सूचना देने के लिए संघर्ष करते नजर आये. लेकिन जैसे-जैसे वायरस विकसित हुआ है, ऐसा दिख रहा है कि सबसे सामान्य लक्षण भी बदल गए हैं. उभरते आंकड़े दिखाते हैं कि वायरस के डेल्टा स्वरूप से संक्रमित लोग उन लक्षणों से अलग का अनुभव कर रहे हैं जिन्हें वैश्विक महामारी की शुरुआत में कोरोना संक्रमण के साथ जोड़ कर देखा गया था.
रिसर्च के लिए डेटा ब्रिटेन से लिए गए हैं. यहां ज्यादातर केस डेल्टा वेरिएंट के ही हैं. लारा हेरोरे के मुताबिक बुखार और खांसी हमेशा से कोविड के सबसे आम लक्षण रहे हैं. इसके अलावा सिरदर्द और गले में दर्द भी कुछ लोगों में दिखता था, लेकिन नाक बहने की शिकायत काफी कम लोग करते थे. वहीं, सूंघने की शक्ति चली जाना जो मूल रूप में बेहद आम था, अब नौंवे स्थान का लक्षण है.