सिंदुरिया
स्थानीय थाना क्षेत्र ग्राम सभा नंदाभार निवासी तमजुल पुत्र रसूल ने न्यायालय में 156 दाखिल कर निवेदन किया है कि हम अपने खेत में जिसका कांटा संख्या 217 है। व्यक्तिगत रूप से मत्स्य पालन हेतु पोखरा खुदवाया था । उसका सारा खर्च स्वयं वहन किया है।और कहीं से भी सरकारी धन व अनुदान नहीं लिया और नहीं किसी विभाग में प्रार्थना पत्र दिया है । मुझे अफवाह के द्वारा पता चला कि खुदवाए गए पोखरे पर इंद्रासन निवासी नंदाभार द्वारा कर्मचारियों को अपने साजिश में लेकर की फर्जी दस्तावेज बनवाया और मनरेगा से हमारे नाम से भुगतान करवा लिया । जिसकी शिकायत जिलाधिकारी से की। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।और इन्द्राशन द्वारा मुझे धमकी दी जाने लगी।थाना पर भी तहरीर दी लेकिन कार्रवाई न होने से न्यायालय की शरण ली।
थानाध्यक्ष अखिलेश कुमार वर्मा के अनुसार न्यायालय के आदेश पर मुकदमा पंजीकृत कर कार्यवाही की जा रही है।