यूपी: हर साल अगस्त से अक्टूबर-नवंबर तक डेंगू वायरल जमकर कहर बरपाता है। अपर निदेशक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ. जीके मिश्रा ने बताया कि मंडल के सभी जिलों को डेंगू से बचाव संबंधी अभियान चलाने के निर्देश पहले ही दिए जा रहे हैं। सफाई और लार्वासाइडल का छिड़काव कराया जा रहा है।
डेंगू वायरल पर भी लगाम कसने की तैयारियां जोरों पर हैं। इसका अभी तक कोई इलाज नहीं था, अब वैज्ञानिक डेंगू की दवा बनाने में कामयाब हो गए हैं। मरीजों पर दवा का क्लीनिक ट्रायल करने की अनुमति प्रदान की गई है।
देश में 20 सेंटरों में 10 हजार डेंगू मरीजों पर ट्रायल होना है, जिसमें जीएसवीएम और लखनऊ का किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के अलावा आगरा मेडिकल कॉलेज भी शामिल हैं। जीएसवीएम में 100 मरीजों पर दवा का ट्रायल कर असर देखा जाएगा।
हर साल अगस्त से अक्टूबर-नवंबर तक डेंगू वायरल जमकर कहर बरपाता है। इस समस्या को देखते हुए मुंबई स्थित एक फार्मा कंपनी डेंगू की दवा तैयार करने में जुटी थी। पौधों पर आधारित दवा प्यूरीफाइड एक्यूस एक्सट्रैक्ट आफ कुक्कुलस हिरसूटस (एक्यूसीएच) तैयार करने में कामयाब हुई है, इसमें एंटी वायरल प्रवृत्ति होती है।
इस दवा की लैब टेस्टिंग और चूहों पर प्रयोग के परिणाम उत्साहजनक रहे हैं। इससे उत्साहित कंपनी ने ड्रग कंट्रोलर जनरल आफ इंडिया से मानव पर क्लीनिकल ट्रायल की अनुमति लेकर इंडियन क्लीनिकल रिसर्च प्रोटोकाल का पालन करते हुए देशभर में ट्रायल करा रही है।
