जापान के नए प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने टोक्यो के एक धर्मिक स्थल में रविवार को दान दिया. किशिदा ने जिस मंदिर में दान दिया है उस जगह को चीनी और कोरियाई लोग जापानी युद्ध हमलों का प्रतीक मानते हैं. हालांकि, किशिदा ने व्यक्तिगत रूप से उस मंदिर में जाकर दर्शन नहीं किए. किशिदा ने यासूकुनी श्राइन के शरद उत्सव के मौके पर ‘मासाकाकी’ धार्मिक आभूषण दान स्वरूप भेजे हैं.
आपको बता दें किशिदा ने 4 अक्टूबर को जापान के नए प्रधानमंत्री का पद संभाला था, जिसके बाद से उनकी यह पहली धार्मिक गतिविधि है. दरअसल बीसवीं सदी के पूर्वार्द्ध में जापान द्वारा किए गए हमले से पीड़ित चीनी और कोरियाई लोग इस मंदिर को जापान के आक्रमण का प्रतीक मानते हैं. जापानी प्रधानमंत्री के इस कदम को उनके आलोचक, देश के युद्ध अत्याचारों को लेकर पश्चाताप नहीं होने के रूप में देखते हैं.
