बयानबाजी: इन दिनों यूपी चुनाव को लेकर सरगर्मियां काफी तेज हो गयी है, राजनीतिक बयानबाजी से नेता एक-दूसरे पर निशाना साध रहे। चुनाव प्रचार जारी है, राजनीतिक दलों ने चुनाव प्रचार तेज कर दिया है। दिग्गज नेता अपने प्रत्याशियों के लिए घर-घर जाकर वोट मांग रहे हैं। यूपी में विधानसभा चुनाव के लिए 10 फरवरी को पहले चरण का मतदान होगा।
इसे लेकर नेताओं के बीच बयानबाजी बहुत तेज हो गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को तमंचावादी कहने पर अखिलेश यादव ने पलटवार किया है। उन्होंने रविवार को ट्वीट कर कहा कि भाजपा के आपराधिक छवि के प्रत्याशियों का शतक पूरा होने में बस एक की कमी… अब तक आपराधिक छवि के 99 उम्मीदवारों को टिकट दे चुकी है!
अखिलेश ने शनिवार को गाजियाबाद में सपा-रालोद गठबंधन की संयुक्त पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के परिणाम चौंकाने वाले नहीं होंगे, यह तय हो चुके हैं, जनता मन बना चुकी है कि भाजपा का सफाया करना है। असली चौंकाने वाला परिणाम गुजरात से आएगा। यूपी के बाद चुनाव वहां है।
उन्होंने कहा कि गाजियाबाद के ही गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों के रास्ते कील लगाकर रोके गए थे। भाजपा ने किसानों का अपमान किया। जेब में लाए अन्न की लाल पोटली हाथ पर रखकर अखिलेश और जयंत ने अन्न संकल्प लिया। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा नेता कृषि बिल लागू करने और फिर हटाने के फायदे किसानों को अभी तक नहीं समझा पाए।