राजनीतिक गलियारों में उठापटक कब शुरू हो जाए…कुछ नहीं कहा जा सकता| इस समय पंजाब कांग्रेस में बड़ी कलह मची हुई है| पार्टी अंदर ही अंदर कलह से जूझ रही है और गुटबाजी के सिरे चढ़ रही है| फिलहाल, पंजाब कांग्रेस में इस हाल को देखते हुए पार्टी हाईकमान ने अपना काम शुरू कर दिया है| पार्टी हाईकमान की ओर से पंजाब कांग्रेस में कलह को शांत करने और गुटबाजी को खत्म करने की कवायद की जा रही है| हाईकमान की ओर से तीन सदस्यों के एक पैनल का गठन किया गया है| इस पैनल में जो तीन सदस्य शामिल हैं वह मल्लिकार्जुन खड़गे, पंजाब के प्रभारी हरीश रावत और पूर्व सांसद जय प्रकाश अग्रवाल हैं|
अब कैप्टन पैनल के समक्ष…..
पंजाब कांग्रेस के विधायकों के पैनल के बाद अब पंजाब कांग्रेस का नेतृत्व कर रहे व मुख्यमंत्री की गद्दी पर बैठे कैप्टन अमरिंदर सिंह पैनल के समक्ष बैठेंगे| पहले कहा जा रहा था की कैप्टन गुरूवार को पैनल के साथ बातचीत करेंगें लेकिन अब पैनल एक सदस्य हरीश रावत की ओर से जानकारी दी गई है कि कैप्टन 4 जून को पार्टी के तीन सदस्यीय पैनल से मुलाकात करेंगे| अब देखना यह होगा कि कैप्टन की पैनल से और पैनल की कैप्टन से बातचीत के बाद नतीजा क्या निकलता है| क्या पंजाब कांग्रेस में कलह और गुटबाजी पर विराम लग जायेगा..:?
बतादें कि, पार्टी हाईकमान की ओर से पंजाब कांग्रेस के सभी विधायकों को दिल्ली में पैनल के सामने पेश होने को कहा गया था| पंजाब कांग्रेस के विधायकों के पैनल के समक्ष पेश होने के प्रक्रिया बीते सोमवार से चल रही है| वहीं, पंजाब कांग्रेस में अंदरूनी कलह और गुटबाजी में जिसका नाम सबसे बड़े स्तर पर सामने आ रहा है यानि नवजोत सिंह सिद्धू वह भी मंगलवार को पैनल के सामने अपनी बात रखने दिल्ली पहुंचे थे| पैनल से मुलाकात के बाद भी सिद्धू को तीखे तेवर में देखा गया था| सिद्धू का तीखा रुख बरकरार है|
सिद्धू ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि मैं आलाकमान के बुलावे पर आया…मैंने पार्टी के हित को लेकर आलाकमान को पूरी तरह से सजग कर दिया है। मैंने स्पष्ट रूप से सबकुछ सच कहा है| मेरा स्टैंड वही है इससे मैं नहीं हिला हूँ| सिद्धू ने कहा कि मैं पंजाब के लोगों की आवाज पहुंचाने यहां तक तक आया हूं और पंजाब के सच और हक की आवाज मैंने आलाकमान को बुलंद आवाज में बताई है। मेरा पक्ष है कि पंजाब के लोगों की वित्तीय ताकत जो टैक्स के रूप में सरकार को जाती है वो लोगों तक वापस जानी चाहिए| सिद्धू ने यह बात भी कही कि पंजाब को जीताना है और हर पंजाब विरोधी ताकत को हराना है| सिद्धू बोले सत्य प्रताणित हो सकता है पर पराजित नहीं….
सिद्धू के अलावा परगट सिंह भी अक्रामक रैवये में….
सिद्धू के अलावा जालंधर कैंट से विधायक परगट सिंह ने आक्रामक रुख बरकरार रखा है| ध्यान रहेकि विधायक परगट सिंह ने हाल ही में सबके सामने आकर कहा था कि उन्हें कैप्टन की ओर से धमकी मिली है| फ़िलहाल परगट सिंह अब मुख्यमंत्री कैप्टन के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। परगट ने कहा कि उन्होंने पैनल के सामने पंजाब की असली स्थिति को पूर्ण रूप से बयां किया है|
बेअदबी मामले को लेकर तनातनी…..
सबसे बड़ा मुद्दा गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी का है। कैप्टन पर गुरुग्रंथ साहिब बेअदबी और पुलिस फायरिंग केस में बादल परिवार को बचाने का आरोप लग रहा है| कहा जा रहा है कि अगर इस मामले में ठोस कार्रवाई नहीं की गई तो चुनाव में कांग्रेस को भारी नुकसान होगा| बता दें कि 2015 में गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के बाद हुए कोटकपूरा गोलीकांड की जांच और एसआइटी को हाई कोर्ट की ओर से रद किए जाने के बाद पार्टी में हड़कंप मचा हुआ है। यानि यही वो सबसे बड़ा मामला है कि जिसपर पंजाब कांग्रेस दो गुटों में नजर आ रही है| हालांकि, अन्य मुद्दों पर भी एक गुट द्वारा कैप्टन के खिलाफ मुखरता देखी जा रही है|