रायबरेली
सन्दीप मिश्रा
रायबरेली- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहे जितने दावे करें लेकिन जमीनी हकीकत यही है कि सत्ता के मद में चूर उनके वरिष्ठ कार्यकर्ता और उनके दबाव में आकर काम करने वाले प्रशासनिक अधिकारी से आम जनता न्याय की उम्मीद नहीं कर सकती है तभी तो पीड़ित ने अपनी पत्नी के साथ डीएम कार्यालय के बाहर आत्मदाह करने का असफल प्रयास किया।
आज डीएम कार्यालय के बाहर उस समय हड़कंप मच गया जब एक दंपती अपने दो बच्चों के साथ पहुंचा और उन्होंने आत्मदाह का प्रयास किया मामला महाराजगंज थाना क्षेत्र के जमरावा का है जहां के रहने वाले जीत बहादुर सिंह ने आरोप लगाया है कि गांव के दबंग उसके जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं और उसके लगाए हुए पेड़ उन लोगों ने कटवा दिए हैं पीड़ित ने यह भी कहा है कि उसने इस शिकायत को महाराजगंज एसडीएम के पास कई बार पहुंचाया लेकिन कोई राहत नहीं मिली।
पीड़ित का कहना है कि भाजपा नेता शरद सिंह जो कि जिला मंत्री हैं उनके दबाव में प्रशासन ने उसकी नहीं सुनी और दबंगों का साथ दे दिया। परेशान जीत बहादुर ने आज जिला अधिकारी रायबरेली के कार्यालय के बाहर जब आत्मदाह का प्रयास किया तब कहीं जाकर डीएम ने खुद मामले का संज्ञान लिया और जांच के आदेश दिए।
भाजपा नेता का यह पहला मामला नहीं है यह वही शरद सिंह है जिन्होंने अभी लगभग 4 महीने पहले भी सुर्खियां बटोरी थी जब उन्होंने महाराजगंज में एक वीडियो की पिटाई कर दी थी इस मामले में महाराजगंज ब्लॉक में ब्लाक कर्मचारियों ने हंगामा भी किया था लेकिन शरद सिंह के खिलाफ कोई कार्यवाही ना तो प्रशासन ने की ना पार्टी ने उसकी उसका खामियाजा आज एक गरीब मजबूर ग्रामीण भुगत रहा है।
