महराजगंज: जिले में स्थित चरण पादुका शोरूम में शनिवार देर रात शॉर्ट सर्किट के कारण भीषण आग लग गई। इस हादसे में शोरूम में रखा करोड़ों रुपये का सामान जलकर खाक हो गया। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि स्थानीय लोग और दमकल कर्मी इसे काबू करने में घंटों तक जूझते रहे।

शोरूम के मालिक आशीष यादव ने बताया, “रात करीब 11 बजे हमें आग लगने की सूचना मिली। जब तक हम मौके पर पहुंचे, आग ने पूरे शोरूम को अपनी चपेट में ले लिया था। लाखों रुपये का सामान, फर्नीचर और स्टॉक जलकर राख हो गया। यह हमारे लिए बहुत बड़ा नुकसान है।” आशीष ने शॉर्ट सर्किट को आग का कारण बताया और प्रशासन से इसकी जांच की मांग की।
फायर स्टेशन ऑफिसर (FSO) वीरसेन सिंह ने बताया, “हमें रात 11:30 बजे आग की सूचना मिली। हमारी टीम तुरंत मौके पर पहुंची, लेकिन आग बहुत तेजी से फैल चुकी थी। तीन दमकल गाड़ियों और 12 कर्मियों की मदद से करीब तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट को आग का कारण माना जा रहा है।” उन्होंने आगे कहा कि पूरी जांच के बाद ही आग के सटीक कारणों का पता चल सकेगा।
आग की घटना के दौरान स्थानीय लोगों ने भी फायर ब्रिगेड की मदद में अहम भूमिका निभाई। प्रत्यक्षदर्शी रामू यादव ने कहा, “हमने देखा कि शोरूम से धुआं और लपटें निकल रही थीं। हमने तुरंत पुलिस और दमकल विभाग को सूचना दी। कुछ लोग बाल्टियों में पानी लाकर आग बुझाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन आग इतनी भीषण थी कि उसे काबू करना मुश्किल था।” एक अन्य स्थानीय निवासी श्यामलाल ने बताया कि इस शोरूम में आसपास के इलाकों से लोग खरीदारी के लिए आते थे, और यह हादसा इलाके के लिए बड़ा झटका है।
जिलाधिकारी अनुनय झा ने घटनास्थल का दौरा किया और पीड़ित शोरूम मालिक को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा, “हमने इस घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। बिजली विभाग और फायर ब्रिगेड की टीमें मिलकर यह पता लगाएंगी कि आग का सही कारण क्या था। प्रभावित परिवार को सरकारी योजनाओं के तहत सहायता प्रदान की जाएगी।
प्रारंभिक अनुमान के अनुसार, इस आगजनी में करीब 2-3 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। शोरूम में रखे जूते, चप्पल, फर्नीचर और अन्य सामान पूरी तरह जल गए। आग की वजह से शोरूम की इमारत को भी काफी नुकसान पहुंचा है।
यह घटना महराजगंज के व्यापारिक समुदाय के लिए एक बड़ा झटका है। स्थानीय लोग और व्यापारी प्रशासन से ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए बेहतर बिजली व्यवस्था और सुरक्षा उपायों की मांग कर रहे हैं।



