लोकेशन रायबरेली
रिपोर्ट सन्दीप मिश्रा
रायबरेली: भारत देश के सबसे बड़े पर्व स्वतंत्र दिवस के अवसर पर रायबरेली के राही ब्लॉक कांग्रेस कमेटी कार्यालय में प्रचार एवं प्रकाशन विभाग के जिला अध्यक्ष जय नारायण मिश्र द्वारा झंडारोहण कार्यक्रम किया गया । झंडारोहण कार्यक्रम पश्चात राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत गाकर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने इस पर्व को धूमधाम से मनाया।
गाड़ी कांग्रेस कमेटी के ब्लॉक अध्यक्ष कामता कामतानाथ सिंह ने ध्वजारोहण कार्यक्रम का संचालन करते हुए कहा कि हमारे लिए गर्व की बात है की देश 75 सालों से आजादी के इस पर्व पर बलिदान देने वाले स्वतंत्र संग्राम मतवाले हुए लोगों को याद करके उनके बलिदानों का बखान करता है। लेकिन आज कुछ ऐसी परंपरा चली पड़ी है जिसमें स्वार्थ की राजनीति को लेकर आजादी के मतवाले लोगों का अपमान भी करने से लोग नहीं रुक रहे हैं । इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित जिलाध्यक्ष जय नरायन मिश्र ने कहा कि
आज का दिन धन्य है 15 अगस्त ।
ये वो शुभ घड़िया है जिसमें पराधीन
भारत मां की हथकड़ियां खुल पाईं थीं
इस आजादी के लिये अगणित मां के लाल
बलिदान दिया देश की बलिवेदी पर मतवाले झूल गए।
तब भारत माँ ने आजादी पाई थी।
पन्द्रह अगस्त का यह शुभ दिन,
भारतवासी कभी न भूल पायेगा।
आजादी के साथ ही भारत ने सबसे बड़े लोकतंत्र की रचना की । जिसके आगे आज 75 साल के बाद भी पूरा विश्व नतमस्तक है। इसी के साथ उन्होंने सभी को स्वतंत्रता दिवस की बहुत बहुत बधाई दी। उन्होंने कहा कि आज सरकार लोकतंत्र का हनन करने में लगी हुई है। जिसको बचाने में लगातार कांग्रेस पार्टी अपना संघर्ष जारी कर रही है। पीसीसी सदस्य शिवानंद मौर्य ने कहा कि एक समय था कि देशवासियों को अंग्रेजों से लड़ना पड़ा था तब जाकर आजादी आई थी और हमें देश की शान तिरंगा झंडा मिला था । आज भी कुछ ऐसे लोग हैं जिन्होंने आजादी के बाद से आज तक अपने कार्यालय में तो कभी तिरंगा झंडा लहराया नहीं ।
लेकिन उसके बाद भी देश भक्ति की बातें करते हैं । कांग्रेस सेवा दल के महासचिव संजय शुक्ला ने कहा कि आज सरकार कहती है कि कांग्रेस ने 75 सालों तक देश को लूटा है । उनके कहने से तो ऐसा लगता है कि बीते 7 सालों में सरकार हथेली पर सरसों उगा रही है। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता धर्मेंद्र शर्मा ने कहा कि आजादी के मतवालों ने अपनी जान की परवाह ना करते हुए देश को आजाद करवाया था । लेकिन बीते 7 सालों में एक बार फिर से गुलामी की ओर चल पड़ा है जिससे हमें आप को बचाना होगा । वरना वह दिन दूर नहीं है जब हम गोरे अंग्रेजों को छोड़कर काले अंग्रेजों की गुलामी करना पड़ेगा।
