तहसील प्रभारी प्रभाकर चौबे
महराजगंज: महराजगंज जनपद के फरेंदा विधानसभा में आजादी के बाद से अब तक हाथी कभी लखनऊ नही पहुच सकी है , दो बार वीरेंद्र चौधरी पर दांव लगाया था बसपा ने लेकिन वो भी हाथी को लखनऊ नही पहुचा सके,तो वही दो बार जातिगत राजनीति को हवा देते हुए बसपा निषादों पर दांव लगाया एक बार परशुराम निसाद और एक बार बेचन निषाद लेकिन दोनों लोग फेल हुए और इस समय दोनों नेता सपा का दामन थाम चुके हैं, एक समय था जब कोई हाथी की सवारी नही करना चाह रहा था ऐसे में भाजपा में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की प्रदेश सह संयोजक रही ईशु चौरसिया ने लास्ट समय मे जब भाजपा ने उन्हें विधानसभा फरेंदा में प्रत्याशी नही बनाया तो उन्होंने हाथी की सवारी की और भाजपा से बगावत कर ली,अब देखना दिलचस्प होगा कि इस बार इशू चौरसिया हमेशा से भाजपा का साथ देने वाले अपने चौरसिया समाज को कहा तक एक करके अपने हाथी को लखनऊ तक पहुचा पाती हैं या इस बार भी हमेशा की तरह बीच मे ही दम तोड़ने वाली हाथी इस बार भी फरेंदा में ही सिमट जाएंगी l
