यूपी: उत्तर प्रदेश में एमबीबीएस की सीटें लगातार बढ़ रही है। इसलिए प्रदेश में तीन और मेडिकल कॉलेज खोलने की तैयारी हो रही है। प्रदेश में जल्द ही तीन नए मेडिकल कॉलेज खुलेंगे। ये कॉलेज बागपत, हाथरस और कासगंज में खोले जाएंगे। इसकी तैयारी शुरू हो गई है। अगली कैबिनेट की बैठक में इसका प्रस्ताव भेजने की तैयारी है। प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को और मजबूत करने के लिए यह एक संतोषजनक कदम है।

बता दें कि प्रदेश में साढ़े सात वर्ष में एमबीबीएस की सीटों में 108 प्रतिशत तो पीजी की सीटों में 181 प्रतिशत की बढोतरी हुई है। वर्ष 2016-2017 में कुल 39 मेडिकल कॉलेज थे। इनमें 14 सरकारी और 25 निजी कॉलेज शामिल थे। अब प्रदेश में कुल 78 मेडिकल कॉलेज संचालित हैं। इनमें 43 सरकारी और 35 निजी मेडिकल कॉलेज हैं। वर्ष 2016-2017 में प्रदेश में एमबीबीएस की कुल सीटें 5,390 थी। इनमें एमबीबीएस की 1,840 सीटें सरकारी और 3550 सीटें प्राइवेट थीं। अब वर्ष 2024-25 में कुल सीटें 11,200 हैं। इनमें 5150 सरकारी और 6050 निजी कॉलेजों में हैं।

चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण महानिदेशक किंजल सिंह ने बताया कि पीपीपी मोड के वायबिलिटी गैप फंडिंग (वीजीएफ) स्कीम के तहत बागपत, हाथरस और कासगंज में मेडिकल कॉलेज की स्थापना की तैयारी शुरू कर दी गई है। इसी तरह अमेठी में स्वशासी कॉलेज का निर्माण कार्य 34 फीसदी पूरा हो गया है। मऊ में पीपीपी मॉडल पर कल्पनाथ राय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज का निर्माण कार्य चल रहा है। इन दोनों कॉलेजों के लिए वर्ष 2025- 26 में 100 सीटों के लिए आवेदन किया जाएगा।

इसी तरह सत्र 2024-25 में बिजनौर, कुशीनगर, सुल्तानपुर, गोंडा, ललितपुर, लखीमपुर खीरी, चंदौली, बुलंदशहर, पीलीभीत, औरैया, कानपुर देहात और कौशांबी में स्वशासी मेडिकल कॉलेज शुरू हो गए हैं। यहां की 15 प्रतिशत सीटों को ऑल इंडिया कोटे से और 85 प्रतिशत सीटें पहले चक्र की काउंसिलिंग से आवंटित की गई है। वहीं सोनभद्र के मेडिकल कॉलेज को मान्यता देने के लिए केंद्रीय मंत्री स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के समक्ष द्वितीय अपील भेजी गई है।

बता दें कि मेडिकल कॉलेज चाहे वह सरकारी हो या निजी, सीटें खाली नहीं रहेंगी। वर्तमान में एमबीबीएस कोर्स का जो क्रेज है, इस ट्रेंड को देखकर तो यही लगता है।

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