गोरखपुर एम्स: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) गोरखपुर में मेजर व माइनर ऑपरेशन किए जा रहे हैं। अलग-अलग विभागों की ओटी काम कर रही हैं। एम्स के ऑपरेशन थियेटर (ओटी) से अब इंफेक्शन दूर रहेगा। इसकी शुरुआत हो गई। सर्जिकल इंस्ट्रूमेंट, ताकिया व चादर सहित अन्य सामानों को विसंक्रमित करने के लिए आधुनिक मशीनें लगा दी गईं। सारी मशीनें यूरोप से मंगाई गईं। इसकी कीमत करीब नौ करोड़ रुपये है।
निदेशक डॉ सुरेखा किशोर ने केंद्रीय विसंक्रमित आपूर्ति विभाग (सीएसएसडी) का लोकार्पण कर दिया है। अब ओटी से सर्जिकल इंस्ट्रूमेंट, तकिया व चादर लिफ्ट के जरिए सीधे सीएसएसडी में आएगा, फिर विसंक्रमित करके लिफ्ट से ही ओटी में भेज दिया जाएगा।
डॉ. सुरेखा किशोर ने बताया कि ओटी से इंफेक्टेड सामान लिफ्ट के जरिए मशीन तक आएगा, फिर तीन चरणों में इंफेक्शन दूर किया जाएगा। हर विभाग की ओटी के सामान अलग-अलग बॉक्स में रखे जाएंगे। इसका कंप्यूटराइज्ड रिकार्ड भी बनाया जा रहा है। नई व्यवस्था से इंफेक्शन की गुंजाइश खत्म हो जाएगी। सीएसएसडी का प्रभारी डॉ. गौरव गुप्ता को बनाया गया है।
