महाअभियान: दिल्ली सरकार के अनुसार हर साल डेंगू के सबसे ज्यादा मामले 1 सितंबर से 15 नवंबर के बीच आते हैं। इसके लिये दिल्ली सरकार के डेंगू विरोधी महा अभियान ‘10 हफ्ते, 10 बजे, 10 मिनट, हर रविवार डेंगू पर वार’ के तहत घर और आसपास इकट्ठे साफ पानी की जांच करेगा। डेंगू के महाअभियान में दिल्ली का हर परिवार हिस्सा लेगा। इस रविवार दिल्ली सरकार ने सोशल मीडिया के जरिए भी लोगों से मच्छर जनित बीमारियों के खिलाफ सफाई अभियान छेड़ने की अपील की है।
सीएम केजरीवाल ने दिल्ली को डेंगू से बचाने के लिए अपील करते हुए कहा कि डेंगू से बचाने के लिए दिल्ली के हर परिवार को अपने घर और आसपास में चेकिंग करनी है कि कहीं पानी इकट्ठा तो नहीं, अगर है, तो उसे उड़ेल दें, बदल दें या उसमें थोड़ा तेल डाल दें। सरकार ने इस बार थीम की टैग लाइन ‘दिल्ली का हर परिवार, मिलकर करेगा डेंगू पर वार’ रखी है। इस अभियान में दिल्ली सरकार के सभी मंत्री, विधायक और अधिकारी भी शामिल होगें।
सरकार का कहना है कि पिछले दो साल से यह अभियान चल रहा है जोकि काफी हद तक डेंगू नियंत्रण पर कामयाब रहा है। बीते 20 सितंबर तक दिल्ली में डेंगू के 87 केस पाए गए हैं। जबकि पिछले सालों की तुलना करें तो सितंबर महीने के दौरान डेंगू के साल 2020 में 188 केस, साल 2019 में 190 केस और साल 2018 में 374 केस सामने आए थे। इनसे पहले साल 2017 में 1103, 2016 में 1300 और साल 2015 में 6775 मरीज मिले थे।
डेंगू का मच्छर केवल साफ पानी में पैदा होता है। साफ पानी के अंदर डेंगू के अंडे पैदा होते हैं और वो अंडे 8 से 10 दिन के अंदर मच्छर में बदल जाते हैं। अगर आठ दिन से पहले उस पानी को बदल दें और उस अंडे को नष्ट कर दें, तो मच्छर पैदा ही नहीं होंगे। यह मच्छर 200 मीटर से ज्यादा नहीं उड़ सकते।
