जीरकपुर के एक गांव में 22 घंटे से बिजली न होने की वजह से गांव वाले उग्र, XEN और SDO दफ्तर से फरार

जीरकपुर। मोहाली जिले के जीरकपुर के जिस गांव रामगढ़ भुड्ढा की शामलाट जमीन पर 66केवी बिजली ग्रिड लगाकर आसपास के एरिया को बिजली सप्लाई देने की बात कही जा रही है बदनसीबी से उसी रामगढ़ भुड्ढा गांव को इस ग्रिड से बिजली सप्लाई नहीं मिल रही। खुद के गांव में बिजली ग्रिड होने के बावजूद पिछले 22 घंटे से इस गांव के लोग बिजली-पानी न आने से परेशान है।

गुस्साए लोगों ने मंगलवार दोपहर को जीरकपुर स्थित बिजली विभाग के सब डिविजनल दफ्तर का घेराव किया और एसडीओ के दफ्तर के बाहर बैठकर पंजाब सरकार व बिजली बोर्ड के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। दूसरी तरफ जब एक्सईएन व एसडीओ को दफ्तर के घेराव की जानकारी मिली तो वह गांव के लोगों के पहुंचने से पहले ही दफ्तर से भाग खड़े हुए।

दरअसल गांव रामगढ़ भुड्ढा के रहने वाले कर्म सिंह, अमरजोत, परविंदर सिंह, परमदीप सिंह, हरकीरत सिंह, हरजिंदर सिंह व अमरजीत सिंह ने आरोप लगाया की पहले तो सरकार ने उन्हें गुमराह करके उनके गांव की जमीन पर बिजली ग्रिड लगा दिया और बाद में उन्हीं के गांव को उस ग्रिड से बिजली देने की बजाय पबात बिजली ग्रिड से सप्लाई दी जा रही है। गांव वालों का आरोप है कि रविवार को आई तेज आंधी के बाद उनके गांव में बिजली नहीं आई। लगभग 22 घंटे बीत जाने के बाद भी गांव मे बिजली और पानी का संकट बना हुआ है।

आरोप लगाया कि वह पिछले 18 घंटे से लगातार एक्सईएन,एसडीओ व सरकारी नंबर पर सप्लाई दुरुस्त करवाने के लिए फोन पर संपर्क करने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन कोई भी अधिकारी उनका फ़ोन नहीं उठा रहा। गांव वालों ने कहा कि जब उन्होंने बिजली दफ्तर आकर बिजली न आने का कारण पूछा तो उन्हें बताया गया कि आंधी में बिजली टावर गिरने से बिजली बंद है जिसे ठीक किया जा रहा है। वहीं गांव वालों ने चेतावनी दी है कि अगर उनके गांव की बिजली सप्लाई जल्द दुरुस्त ना हुई तो वह बुधवार को गांव की महिलाओं व बच्चों सहित नेशनल हाईवे जाम है।

रामगढ़ भुड्ढा में 66 केवी ग्रिड का उद्घाटन करीब 8 महीने पहले वर्चुअल तरीके से किया था। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उस समय दावा किया था कि यहां ग्रिड स्थापित होने के बाद जीरकपुर के लोगों को बिजली समस्या से परेशान नहीं होना पड़ेगा। लेकिन जमीन देने के बाद भी उसी गांव के लोग बिजली सप्लाई के लिए सबसे ज्यादा परेशान हो रहे है।

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