BREAKING NEWS: मोस्ट वांटेड गैंगस्टर काला जठेड़ी सहारनपुर से गिरफ्तार ,रखा गया था सात लाख का इनाम

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। स्पेशल सेल ने देश के मोस्ट वांटेड गैंगस्टर संदीप उर्फ काला जठेड़ी को सहारनपुर, यूपी से गिरफ्तार किया है। आरोपी ने पुलिस कस्टडी से फरार होने की असफल कोशिश की थी। गैंगस्टर जठेड़ी पर 7 लाख का इनाम है।12वीं तक पढ़ा काला पहले केबल ऑपरेटर था। जून 2009 में उसने रोहतक के सांपला में लूट के दौरान पहली हत्या की थी, जिसके बाद से उसके कारनामों की फेहरिस्त लंबी होती चली गई।

काला पहले लॉरेंस बिश्नोई गैंग के लिए काम करता था, लेकिन अब वह खुद का गैंग चलाता है। इस गिरोह को काला जठेड़ी व लारेंस विश्राई कहा जाता है। गैंगस्टर पर दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब में कई मामले दर्ज हैं। वहीं जठेड़ी के गैंग में 200 से ज्यादा शूटर शामिल हैं। इसके ज्यादातर शूटर विदेश में है और विदेश में बैठकर शूटर इस गिरोह को चला रहा है। वह एक दशक से अपराध की दुनिया पर राज कर रहा है।

स्पेशल सेल डीसीपी मनीषी चंद्रा ने बताया कि स्पेशल सेल टीम काफी लम्बे वक्त से काला जठेड़ी के पीछे लगी हुई थी। इस दौरान टीम ने टेक्निकल सर्विलांस की मदद से सहारनपुर से शुक्रवार को काला जठेड़ी को गिरफ्तार कर किया। आरोपी ने पुलिस से बचकर भागने का प्रयास किया, लेकिन टीम ने उसे पिस्टल से साथ मौके पर ही दबोच लिया। फिलहाल स्पेशल सेल की टीम उससे पूछताछ कर रही है। पुलिस की अब तक की जांच में पता चला है कि काला नेपाल के रास्ते थाईलैंड की तरफ भागा था। पुलिस की जांच में ये बात सामने आई थी कि सुशील कुमार के काला जठेड़ी से संबंध है। वह उसके छोटे भाई की शादी में उसे के गांव गया था।

12वीं तक पढ़ा संदीप उर्फ काला पहले केबल ऑपरेटर था, लेकिन जून 2009 में उसने रोहतक के सांपला में लूट के दौरान हत्या की वारदात को अंजाम दिया। इसके बाद रंजिश के चलते अपने साथियों के अपराध साथ मिलकर मार्च 2010 में सोनीपत के गोहाना में हत्या व छेड़छाड़ की एफआईआर दर्ज हुई। कभी किसी दोस्त की रंजिश के चलते हत्या करना तो कभी रंगदारी के लिए। साल 2015 व 2016 में दो हत्या व हत्या के प्रयास के दो मामलों में उसे सजा हो चुकी है। वह उम्रकैद की सजा काट रहा है, लेकिन जेल में रहकर ही बाहर गैंग चला रहा था।

बदमाश संदीप उर्फ काला जठेड़ी को सोनीपत की सीआईए व एसआईटी ने फरवरी, 2017 में गिरफ्तार किया था। आरोपी उस समय 25000 रुपये का इनामी था। तब उस पर जींद पुलिस का इनाम था। आरोपी इससे पहले हत्या, हत्या का प्रयास, लूट, डकैती, रंगदारी मांगने के 26 मामलों में नामजद रहा है। उसे हत्या व हत्या के प्रयास के मामलों में उम्रकैद की सजा हो चुकी है।

 

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