कलंकित रिस्ते, मंदिर में मौसेरे भाई बहन की शादी

सन्दीप मिश्रा

 

रायबरेली। ऊंचाहार क्षेत्र के एक गांव निवासी एक युवक का अपनी मौसी के घर आना-जाना बना रहता था। धीरे-धीरे दोनों में नजदीकियां बढ़ी और प्यार हो गया। मामला कोतवाली पहुंचा जहां बालिग होने की वजह से दोनों की रजामंदी से परिजनों ने सहमति दे दी। जहां परिसर में ही युवक और युवती ने शादी रचा कर जीवन की शुरुआत की।

मामला क्षेत्र के हरिहरपुर गांव का है जहां के निवासी राम सजीवन के घर उनके साढू के बेटे अंकित का आना जाना लगा रहता था। जिसके बाद राम सजीवन की पुत्री कामिनी तथा जमालपुर गांव के साढ़ू रमेश के बेटे अंकित में नजदीकियां बढ़ने लगी और दोनों में प्यार हो गया। दोनों ने साथ जीने मरने की कसमें खाई। यह बात जब परिजनों को पता चली तो वे नये रिश्ते को मानने को राजी नहीं हुए। इसी दरमियान 30 जून को दोनों घर से फरार हो गए। युवती के पिता ने कोतवाली में नामजद तहरीर देकर कार्यवाही की मांग की। पुलिस ने केस दर्ज कर लड़की लड़का दोनों की तलाश शुरू कर दी। शुक्रवार की सुबह दोनों बाबू गंज बाजार के पास मिले जहां से पुलिस ने दोनों को बरामद कर कोतवाली ले आई। समझाने बुझाने के बाद भी राजी ना होने पर पुलिस ने परिजनों को बुलाया। जिसके बाद परिजनों ने भी युवती और युवक को समझाने की बहुत कोशिश की लेकिन दोनों ने किसी की एक न मानी। और शादी करने की जिद पर अड़े रहे। दोनों परिवारों के राजामंदी के बाद मां काली के मंदिर में एक दूसरे को वरमाला पहना कर शादी रचा ली। कोतवाल विनोद कुमार सिंह ने बताया कि युवक और युवती को बरामद कर परिजनों के हवाले कर दिया गया है। दोनों परिवारों की आपसी सहमति से युवक और युवती ने मां काली के मंदिर में शादी रचाई है।

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