तुर्की में हो रहा बुर्के की पाबंदी के फैसले का विरोध, जाने पूरा मामला

तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन के प्रवक्ता ने रविवार को यूरोपीय संघ की एक अदालत द्वारा बुर्के पर पाबंदी लगाए जाने के फैसले की आलोचना करते हुए इसका विरोध किया। बता दें कि एक फैसले में अदालत ने कर्मचारियों के बुर्का पहनने पर रोक लगाने की अनुमति प्रदान की है। इसी मामले पर प्रवक्ता इब्राहिम कलीन ने ट्वीट किया, कार्यस्थल पर बुर्का पहनने संबंधी रोक लगाने का यूरोपीय न्याय अदालत का निर्णय मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों का हनन है।

तुर्की के विदेश मंत्रालय ने रविवार को जारी बयान में इस निर्णय को इस्लामोफोबिया, नस्लवाद और नफरत से प्रेरित करार दिया। इस फैसले से यूरोप में इस्लाम के खिलाफ जंग छेड़ने वालों को और मजबूती मिलेगी। क्या अब मुसलमानों को धार्मिक स्वतंत्रता से अलग कर दिया गया है? गौरतलब है कि यूरोपीय न्याय अदालत ने बृहस्पतिवार को दिए फैसले में कहा था कि अगर कंपनी चाहे तो अपने उपभोक्ताओं या ग्राहकों के संदर्भ में राजनीतिक और धार्मिक नीति को अपनाने के बाबत अपने कर्मचारियों के राजनीतिक और धार्मिक पहचान के पहनावे पर रोक लगा सकती है।

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