कोरोना: देश में महामारी की दूसरी लहर की रफ्तार थमने लगी है। तथा साथ ही तीसरी लहर की आंशका भी तेजी से बढ़ती जा रही हैं l इसको ध्यान मे रखते हुए केंद्र सरकार ने देश में कोरोना संक्रमण के अलावा गंभीर चिकित्सकीय सेवाओं को और अधिक मजबूत करने के लिए ऑक्सीजन बेड और वेंटिलेटर की संख्या बढ़ाने की योजना बनाई थी। दूसरी लहर में ऑक्सीजन बेड के अलावा आईसीयू, वेंटीलेटर की भारी कमी देखने को मिली थी। पहली बार लहर के दौरान जब मामले सामने आए थे। तब सरकार ने अनुमान लगाया था कि शायद अधिक जरूरत न पड़े, लेकिन अलग-अलग म्यूटेशन होने के बाद स्थिति भयावह हुईl
पिछले साल प्रधानमंत्री राहत कोष के जरिए इन वेंटिलेटर का आवंटन भी किया गया। जिसके चलते अब तक 56,000 से ज्यादा वेंटीलेटर आवंटित किए गए हैं, लेकिन इनमें से चालू अभी तक केवल 42,000 वेंटिलेटर है।
बाकी अभी सील के पैक अस्पताल में पहुंचने का इंतजार कर रहे हैं या फिर खरीदी की प्रक्रिया में हैl सिर्फ यूपी को 6000 से अधिक आवंटित हुए हैं लेकिन इनमें से 4258 ही मरीजों को उपलब्ध हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी है कि आठ अलग-अलग कंपनियों के जरिए 59873 वेंटिलेटर को खरीदा गया है। जिनमें से 56,043 वेंटिलेटर आवंटन की प्रक्रिया में हैं। इन 56,043 में से 47,130 वेंटिलेटर ही अब तक आवंटित हुए हैं जिनमें 42,419 अभी चालू स्थिति में है। दरअसल अगर पर्याप्त इंतजाम नहीं हुए तो तीसरी लहर में दिक्कत आएगी।