महाराष्ट्र : दक्षिण मुंबई स्थित मंत्रालय में देर रात मंगलवार को जहां मुख्यमंत्री, मंत्री, मुख्य सचिव और अन्य नौकरशाहों के कार्यालय स्थित हैं। शराब की कई बोतलें मिलने से पूरे मंत्रालय मे हड़कंप मच गया है। शराब की कई खाली बोतलें भी मंत्रालय की कैंटीन की ओर जाने वाली सीढ़ियों के नीचे डक एरिया में पाई गई। हालांकि सफाई कर्मचारियों ने आनन-फानन में उसे हटा दिया लेकिन इसको लेकर राज्य की ठाकरे सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है।
मंत्रालय में प्रवेश करने के लिए कई प्रकार की सुरक्षा जांचों से होकर गुजरना पड़ता है। इसलिए इस घटना की वजह से राज्य सरकार के सत्ता प्रतिष्ठान में सुरक्षा प्रणाली को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। वहीं, मंत्रालय में शराब की बोतलें मिलने से विपक्षी दल भाजपा को सरकार पर हमला बोलने का मौका मिल गया है।
भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष व फायरब्रांड नेता चित्रा वाघ ने कहा कि यह नशेड़ी सरकार है। राज्य के सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री दत्तात्रेय भराणे ने शराब की बोतलें मिलने की पुष्टि करते हुए संदेह जताते हुए उन्होंने कहा कि यह मेरा व्यक्तिगत मत है कि यह काम निर्माणकार्य के लिए आने वाले निजी ठेकेदारों और मजदूरों का हो सकता है।
वहीं, प्रदेश भाजपा उत्तर भारतीय मोर्चा अध्यक्ष संजय पांडेय ने ठाकरे सरकार पर तंज कसा कि राज्य में मंदिर पर ताला है लेकिन मदिरालय का बोलबाला है।
मंत्रालय में शराब की बोतलें मिलने के बाद प्रदेश भाजपा प्रवक्ता केशव उपाध्ये ने कहा कि राज्य सरकार के दिल में शराब कारोबार को लेकर हमदर्दी है। यह किसी से छिपा नहीं है।
विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दरेकर ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से 15 दिन में मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
