रेल भवन: रेल भवन परिसर से सम्बन्धित एक बड़ा फैसला लिया गया है, नए भारत की तस्वीर पेश करने वाले वंदे भारत ट्रेन की झलक अब रेल भवन परिसर में लगे ऐतिहासिक भाप इंजन की जगह दिखेगी। वंदे भारत ट्रेन भारतीय रेल की प्रगति को दर्शाएगी। रेलवे ने ऐतिहासिक भाप इंजन को हटाकर इसे राष्ट्रीय रेल संग्रहालय पहुंचा दिया गया है।

इसके स्थान पर सेमी-हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस की प्रतिकृति लगा दी गई है। जिस इंजन को यहां से हटाया गया है उसका निर्माण यूनाइटेड किंगडम के ग्लासगो में किया गया था।

रेल भवन परिसर में अब यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज दार्जिलिंग हिमालय रेलवे का हिस्सा रहे स्टीम इंजन लोको नंबर 799 की जगह स्वदेश में नीर्मित सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस के रिप्लिका को स्थापित कर दिया गया है। 1925 में ग्लासगो की नॉर्थ ब्रिटिश कंपनी में बने स्टीम इंजन ने 3 दशकों तक सेवाएं दी थीं।

स्वतंत्रता मिलने के कुछ साल बाद इसे दिल्ली लाया गया था। अब यह चाणक्यपुरी स्थित राष्ट्रीय रेल संग्रहालय में आम लोगों के लिए उपलब्ध रहे। रेल भवन में प्रवेश वर्जित होने के कारण कम लोग इसे यहां देख सकते थे। राष्ट्रीय रेल संग्रहालय में अधिक से अधिक संख्या में लोग इसे देख सकेंगे।

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