गोरखपुर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या भले ही तेजी से कम हो रही है मगर प्रशासन का मानना है कि अभी ढिलाई नहीं बरती जा सकती। यही वजह है कि डीएम के. विजयेंद्र पांडियन ने सीएमओ को निर्देश दिया हैं कि पूरे जून महीने में गांवों में मेडिकल कैंप लगाकर कोरोना की सैंपलिंग कराई जाए।
साथ ही ग्रामीणों को कोरोना के लक्षण व बचाव के प्रति जागरूक किया जाए।
डीएम ने कहा कि 30 जून तक की कार्य योजना बनाते हुए रोस्टरवार गांवों में कैंप लगाए और इसका प्रचार-प्रसार कराएं। डीएम ने रोस्टरवार कैंप की सूची बृहस्पतिवार तक उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।
डीएम बुधवार को एनेक्सी भवन सभागार में आयोजित कोविड-19 से संबंधित जिला टास्क फोर्स बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने गांव के बुजुर्ग, कमजोर व असहाय व्यक्तियों को वैक्सीनेशन में प्राथमिकता देने पर जोर दिया। समीक्षा के दौरान चरगांवा में अप्रैल की तुलना में मई में सैंपलिंग कम पाए जाने पर डीएम ने नाराजगी जताई और एमओआईसी चरगांवा को टेस्टिंग और ट्रेसिंग बढ़ाने का निर्देश दिया। बैठक में सीडीओ इंद्रजीत सिंह, सीएमओ डॉ. सुधाकर पांडेय समेत प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
वैक्सीनेशन के लिए आगे आएं निजी अस्पताल
डीएम ने आह्वान किया कि कोविड वैक्सीनेशन कार्य में निजी अस्पतालों को आगे आना चाहिए। बताया गया कि वर्तमान में तीन प्राइवेट अस्पताल शाही ग्लोबल, लाइफ केयर हॉस्पिटल तथा श्रीजन आई मैटरनिटी सेंटर अपनी सेवाएं देने के लिए तैयार हैं। डीएम ने कम से कम 30 अस्पतालों को कोविड वैक्सीनेशन के लिए अपनी सेवाएं देने को कहा l