मोहर्रम के मौके पर जिले में जुलूस को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए प्रशासन और पुलिस ने पूरी ताकत झोंक दी है। जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने नगर और संवेदनशील क्षेत्रों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था लागू की है।
जिला अधिकारी और पुलिस अधीक्षक खुद फील्ड में सक्रिय हैं। थाना कोतवाली क्षेत्र, नगर कस्बा सहित संवेदनशील इलाकों में निरंतर भ्रमण और निगरानी की जा रही है। भारत-नेपाल सीमा पर भी सतर्कता बढ़ा दी गई है।
पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीना के निर्देशन में जिलेभर में पर्याप्त पुलिस बल, विशेष पुलिस दस्ते, सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) और पीएसी की तैनाती की गई है। जुलूस मार्गों पर फ्लैग मार्च निकाला गया और कर्बला स्थलों का निरीक्षण भी किया गया।
जुलूस के दौरान डीजे, अश्लील गानों और भड़काऊ भाषणों पर पूरी तरह रोक लगाई गई है। सोशल मीडिया पर अफवाहों की रोकथाम के लिए विशेष निगरानी टीमें गठित की गई हैं।
ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों से भी भीड़भाड़ वाले इलाकों और जुलूस मार्गों पर निगरानी की जा रही है।
जिले के कुछ क्षेत्रों को संवेदनशील और अति संवेदनशील घोषित किया गया है, जहां अतिरिक्त मजिस्ट्रेट और पुलिस बल तैनात हैं।
प्रशासन की कड़ी निगरानी और सामुदायिक सहयोग से मोहर्रम का जुलूस अब तक शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण माहौल में संपन्न हो रहा है। प्रशासन ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और कानून व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग की अपील की है।



