भाजपा का राजपुरा संकट: कृषि कानूनों के विरोध में पंजाब में पैदा हुए हालात ने भाजपा की मुश्किलें बढ़ा दीं हैं। लगातार भाजपा नेताओं पर हो रहे किसानों के हमलों से उनका मनोबल टूट रहा है। बता दें कि राजपुरा की गुरु अर्जुन देव कालोनी में रविवार को शाम चार बजे भाजपा कार्यकर्ता अजय चौधरी के घर चाय पीने गए 15 भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं के पारिवारिक सदस्यों को किसानों ने बंधक बना लिया था। किसानों ने घर की बिजली काट दी और ट्रैक्टर-ट्रालियों को उनके गेट के आगे लगाकर रास्ता बंद कर दिया। यही नहीं आसपास की छतों पर किसानों ने खड़े होकर चारों तरफ घेराबंदी कर दी।
देर रात जब मामला पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट पहुंचा तो पुलिस अफसर एक्टिव हुए और सुबह चार बजे तीन और छह बजे 12 भाजपा नेताओं को 14 घंटे बाद वहां से निकाला जा सका। मामला गरमाने के बाद उग्र हुए किसानों ने पुलिस की दो गाड़ियों के शीशे ईंट व डंडे मारकर तोड़ दिए।
यही नहीं पानी की भरी बोतलें मारनी शुरू कर दीं। इतना ही नहीं छत से गिरे एक गमले से पुलिस का कमांडो गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया। रविवार देर रात दो बजे किसान संगठनों के 12 प्रमुख नेताओं की भाजपा नेताओं से पुलिस के अफसरों ने बैठक करवाई गई। एक घंटे तक चली बैठक में भाजपा नेताओं ने किसानों की शर्त पर माफी मांगने से इनकार दिया उल्टा किसान नेताओं पर केस दर्ज करने की बात कही। बातचीत बेनतीजा होने पर रात तीन बजे किसान उग्र हो गए और माइक पर नारे लगाने शुरू कर दिए।