यूपी: यूपी निकाय चुनाव को देखते हुए मायावती ने पार्टी कार्यकर्ताओं को दिया निर्देश-पार्टी एवं मूवमेंट के हित में आर्थिक सहयोग दें

निकाय चुनाव: पार्टी मुख्यालय में प्रदेश स्तरीय पदाधिकारियों के साथ बैठक कर रही बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने जन्मदिन पर तोहफा देने पर पाबंदी बरकरार रखते हुए पार्टी नेताओं से कहा कि पार्टी एवं मूवमेंट के हित में आर्थिक सहयोग दें। इससे चुनावी खर्च की भरपाई की जा सके।

उन्होंने पार्टी के सदस्यता अभियान की समीक्षा करते हुए अभियान की रसीदें जल्द जमा करने के निर्देश दिए। संगठन के पुनर्गठन पर जोर देते हुए मायावती ने कहा कि निकाय चुनाव के मद्देनजर सेक्टर और बूथ प्रभारी बनाए जाएं। ताकि पार्टी हर स्तर पर मजबूत रहे। निकाय चुनाव पूरी मुस्तैदी से लड़ा जाएगा।

विरोधी पार्टियां सभी हथकंडे अपनाकर बसपा को कमजोर करने का प्रयास कर रही हैं। ऐसे में पार्टी के नेताओं की जिम्मेदारी है कि वे ऐसे लोगों को बेनकाब करें और जनता को हकीकत बताएं। उन्होंने पार्टी मूवमेंट को आगे बढ़ाने का निर्देश देेते हुए क हा कि परंपरा के अनुसार नियमित रूप से छोटी-छोटी काडर मीटिंग की जाए। धन्नासेठों की समर्थक पार्टियों की ओर से किए जाने वाले शाही खर्चे का अनुश्रवण न करने की नसीहत दी।

मायावती ने बैठक में पार्टी संगठन में कई बदलाव किए हैं। वरिष्ठ लोगों को नई जिम्मेदारी सौंपी। इसमें कांग्रेस से वाया सपा  बसपा में आए इमरान मसूद को मेरठ, मुरादाबाद, बरेली और सहारनपुर मंडल का प्रभारी बनाया है। प्रदेश अध्यक्ष भीम राजभर को पूर्वी यूपी का प्रभारी बनाया गया है। बाकी दो-दो मंडल पर को-ऑर्डिनेटर भी बनाए गए हैं।

उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि महंगाई से जनता परेशान है। भाजपा को सत्ता सौंप पर अच्छे दिन की उम्मीद लगाने वाली जनता दुखी है। भाजपा ने सिर्फ बयानबाजी की है। सरकारी संसाधन बर्बाद किया है। जनता का ध्यान बांटने के लिए आरएसएस द्वारा नई जनसंख्या नियंत्रण नीति, धर्मांतरण जैसे राग अलापे जा रहे हैं। आरएसएस का यह अभियान लोकसभा चुनाव के मद्देनजर चल रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र व राज्य सरकार गरीब विरोधी है। अपराध बढ़ रहे हैं। विचाराधीन कैदियों की संख्या लगातार बढ़ रही है।