मर्डर: दिल्ली के जाफराबाद में रह रहे बिजनौर के गांव उमरी कलां निवासी हिस्ट्रीशीटर मुकीत का गोली लगा शव एक सप्ताह पूर्व गंगनहर मार्ग पर गांव जानी कलां के सामने कार में मिला था। मृतक के भाई खुर्शीद ने अज्ञात के रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जानी थाना प्रभारी संजय वर्मा ने बताया कि आरोपी मुमताज ने बताया कि मुकीत नशे का आदी था। जबरन उसके माध्यम से जान पहचान वालों से कर्ज लेता था, लेकिन वापस नहीं लौटाता था। जिस वजह से वह परेशान थी।
एक माह पूर्व मुमताज का दिल्ली के थाना ज्योति नगर कर्दमपुरी निवासी चालक फैजान से प्रेम-प्रसंग हो गया। फैजान के साथ मिलकर उसने मुकीत की हत्या का प्लान बनाया। बताया गया कि आरोपियों का प्लान मुकीत के शव को नहर में फेंककर मौत के सबूत हमेशा के लिए मिटाने का था लेकिन यह सफल नहीं हो सका।
इस मामले में मुकीत के मोबाइल फोन पर आई एक कॉल ने पत्नी की पूरी साजिश का भंडाफोड़ कर दिया और सभी हत्यारोपी सलाखों के पीछे पहुंच गए। दरअसल, आरोपियों में से एक ने कॉल कर मुकीत की गाड़ी बुक की थी, जिसके बाद वह घर से निकला था। पत्नी ने यह बात पुलिस को बताई जिसके बाद पुलिस इस कॉल को आधार मानकर जांच में जुटी और हत्या की तह तक जा पहुंची।
फैजान ने दिल्ली के ही भजनपुरा निवासी अमान, कबीर नगर शाहदरा निवासी समीर, विजय पार्क निवासी सादवान और कर्दमपुरी निवासी समद को दो लाख रुपये में मुकीम को मारने के लिए तैयार किया। बताया गया कि मुमताज ने कर्ज लेकर आरोपियों को एक लाख रुपये दिए। चारों युवक मुकीत की कार बुक कर बिजनौर के लिए चले। फैजान अपनी कार में उसके पीछे चल रहा था। गंगनहर पर जानी कलां गांव के पास चारों युवकों ने लघुशंका करने के बहाने कार रुकवा ली और मुकीम को गोली मार दी। चारों आरोपी फैजान की कार में बैठकर दिल्ली चले गए। साजिश रचने वाली पत्नी का प्लान पति के शव को ठिकाने लगाकर मौत के सबूत हमेशा के लिए मिटाने की योजना थी लेकिन यह फेल हो गया। पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को पुलिस ने मुमताज, अमान, समीर और समद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
